कम्प्यूटर सिक्योरिटी
बिना उचित
सुरक्षा उपायों के अपने पर्सनल कम्प्यूटर को ऑपरेट किये जाने से उसके
असुरक्षित कम्प्यूटर की अवैध गतिविधियों जैसे वायरस, ट्रोजन, की-लॉगर्स तथा कभी-कभी हैकर्स से
प्रभावित होने की संभावना हो सकती हैं। इससे डेटा की चोरी, डेटा की हानि, निजी सूचनाओं का खुलासा, पासवर्ड जैसी गोपनीय सूचनाओं की चोरी
हो सकती है। इसलिए अपने निजी कम्यूटर का गलत इस्तेमाल होने से पहले उसे सुरक्षित
रखें।
फीजिकल
सिक्योरिटी
अपने
सिस्टम और उसके विभिन्न भागों को नियमित रूप से साफ करें।
नोट: पीसी
को साफ करने से पहले उसे बंद कर दें।
पावर केबल, तार को पानी और कीड़े आदि से बचाने के
लिए व्यवस्थित रखें।
पीसी पर
काम करने में उस पर पानी या भोजन न गिरने का ध्यान रखें।
निम्न
उपकरणों को निकालने के लिए सदैव ऑपरेटिंग सिस्टम के “सेफ्टी रिमूव” विकल्प अपनाएं।
USB उपकरण
डिस्कनेक्ट करें।
BIOS पासवर्ड
सेट कर निम्न-अनधिकृत एसेस रोका जा सकता हैं:
कम्प्यूटर
को उपयोग में न लिये जाने पर स्विच ऑफ कर दें।
इंटरनेट
सुरक्षा
ब्राउजिंग
में इंटरनेट इस्तेमाल करने की नीति का पालन करें।
इंटरनेट
सामग्री के उपयोग से पहले कॉपीराइट सामग्री जाँच लें।
ऑनलाइन
ट्रांजैक्शन, डाउनलोड
जैसे कार्यों के लिए सदैव उन्हीं साइट पर जाएं जो https (हायपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकोल
सिक्योर) सुरक्षा से युक्त हों ।
साइट में SSL का उपयोग होने की विश्वसनीयता
सर्टिफिकेट के मालिक की जानकारी और सर्टिफिकेट समाप्ति की दिनाँक- आदि जैसी
जानकारी से जाँच लें।
लॉक आइकन
पर क्लिक से इसे जाना जा सकता है।
फाइल
डाउनलोडिंग अन्य वेबसाइट की अपेक्षा मूल वेबसाइट से करें।
डाउनलोड
फाइल के उपयोग से पहले उसे अपडेटेड एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर से स्कैन करें।
ग़लत
ट्रैफिक से बचने के लिए फायरवॉल सॉफ्टवेयर सही तरह से इंस्टॉल तथा कंफिगर करें।
डेटा
सुरक्षा
1. अपने
ऑपरेटिंग सिस्टम में ऑटो-अपडेट को सक्रिय कर नियमित रूप से अपडेट करते रहें।
किसी
विश्वसनीय वेबसाइट से एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर को डाउनलोड कर इंस्टॉल करें। और
सुनिश्चित करें कि यह वायरस सिगनेचर के साथ स्वत: अपडेट हो जाए।
किसी
विश्वसनीय वेबसाइट से एंटी-स्पायवेयर सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर इंस्टॉल करें। और
सुनिश्चित करें कि नवीनतम डेफिनेशन के साथ स्वत: अपडेट हो जाए।
4. “एंक्रिप्शन” के उपयोग से अपनी मूल्यवान सूचनाओं की
सुरक्षा करें।
नोट:
एंक्रिप्शन के लिए पासवर्ड की आवश्यकता होती है। एंक्रिप्टिंग करते समय हमेशा
पासवर्ड याद रखें, इसके बिना
डेटा प्राप्त नहीं होता है।
5. कम्प्यूटर
में “ऐडमिन” अकाउंट तथा दूसरी महत्वपूर्ण ऐप्लिकेशन
जैसे ई-मेल क्लाइंट,फाइनेंशियल
ऐप्लिकेशन (अकाउंटिंग आदि) के लिए मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करना चाहिए।
6. बैकअप :
अपने कम्प्यूटर के डेटा को नियमित CD/DVD या USB आदि ड्राइव में स्टोर करते रहें जिससे
हार्ड डिस्क में किसी प्रकार की खराबी आने या रीइंस्टॉलिंग या फॉर्मेटिंग में डेटा
अनुपयोग होने की संभावना में भी आपको डेटा प्राप्त हो जाए।
7. रिकवरी
डिस्क: अप्रामाणिक ड्राइवर्स/अज्ञात सॉफ्टवेयर पब्लिशर के कारण सिस्टम चेंज होने
से-कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम के बूट न होने की स्थिति में रिकवरी के लिए
निर्माता/वेंडर द्वारा दी गई रिकवरी डिस्क को हमेशा सुरक्षित रखें।
सिस्टम के
बेहतर प्रदर्शन के लिए स्टार्टअप प्रोग्राम मॉनिटर/नियंत्रित किया जाना चाहिए।
ब्राउजर
सुरक्षा
हमेशा
अपने वेब ब्राउजर को नवीनतम पैचेस से अपडेट करें।
ब्राउजर
के साथ इनबिल्ट प्राइवेसी या सिक्योरिटी सेटिंग में उपयोग लाएं।
कंटेट
फिल्टरिंग सॉफ्टवेयर का भी उपयोग करें।
हमेशा सेफ
सर्च सर्च इंजन में ‘ऑन’ मोड में रखें।
ई-मेल
सुरक्षा
हमेशा
अपने ई-मेल अकाउंट के लिए मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें।
हमेशा
ऐंटी-स्पायवेयर सॉफ्टवेयर की सहायता से स्पैम वाले ई-मेल को स्कैन करें।
हमेशा
नवीनतम ऐंटी-वायरस तथा ऐंटी-स्पायवेयर से ई-मेल ऐटेचमेंट को खोलने से पहले स्कैन
करें।
हमेशा
स्पैम फोल्डर को खाली रखें।
वायरलेस
सुरक्षा
डिफॉल्ट
ऐडमिनिस्ट्रेशन पासवर्ड बदल दें।
WPA (Wi-Fi प्रॉटेक्टेड
एसेस)/WEP एंक्रिप्शन
ऑन करें।
डिफॉल्ट SSID बदल दें।
MAC ऐड्रेस
फिल्टरिंग एनैबल करें।
वायरलेस
नेटवर्क उपयोग न किये जाने पर ऑफ कर दें।
मोडेम
सुरक्षा
डिफॉल्ट
पासवर्ड बदल दें।
उपयोग न
होने की स्थिति में स्विच ऑफ करें।
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